रोशनी इस रोशनी मेंथोड़ा सा हिस्सा उसका भी हैजिसने चाक पर गीली मिट्टी रख करआकार दिया है इस दीपक काइस रोशनी में थोड़ा सा हिस्सा उसका भी हैजिसने उगाया है कपासतुम्हारी बाती के लिएथोड़ा सा हिस्सा उसका भीजिसके पसीने से बना है तेलइस रोशनी मेंथोड़ा सा हिस्साउस अँधेरे का भी हैजो दिये के नीचेपसरा है चुपचाप।
Sunday, September 20, 2009
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socialism... hmmm... achha hai
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